पंकज जांगिड़. जोधपुर
मंडोर क्षेत्र, नयापुरा स्थित पेसेफिक गार्डन में केवली भगवंत सतगुरु नारायण महाराज के प्रथम महापरिनिर्वाण के उपलक्ष्य में केवल्य महोत्सव मंगलवार को संत समागम के साथ श्रद्धापूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम संयोजक चौधरी नलिन सिंह ने बताया कि श्रीकुड़ी नगर, भोपालगढ़ स्थित राम जी राम गौ सेवा समिति के 17वीं गादी पीठाधीश्वर आचार्य रामनिवास महाराज के सानिध्य में आयोजित महोत्सव मनमोहक झांकिया, कलश यात्रा, सत्संग, प्रवचन एवं सुमरण, समाज के विभिन्न सोपानों पर पुनीत कार्य करने वाली संस्थाओं एवं व्यक्तियों के मान-सम्मान के दौरान लगभग सौ से अधिक प्रतिभाओं के सम्मान, पूर्णारती एवं महाप्रसादी के साथ सम्पन्न हुआ।
आचार्य रामनिवास महाराज ने बताया कि सनातन धर्म की अविरत रामस्नेही धारा के 16वीं गादी के (प्रवर्तक, नीका पंथ) केवली भगवंत सदगुरु नारायण परमेश्वर महाराज के प्रथम ज्योति जोत महोत्सव के पावन अवसर पर यह आयोजन हुआ। वर्तमान कलयुग में केवली पुरुष सतगुरु नारायण महाराज हुए जिन्होने अपनी 56 वर्षों की साधना से इस धरा पर पुनः राम नाम के विज्ञान को प्रसारित कर घट घट में जागृत किया और जीवन के अंतिम पड़ाव के समय उन्होने 1 अगस्त, 2023 को ध्यान समाधि में प्रवेश कर 35 घंटो की अखण्ड समाधि के उपरांत डॉक्टरों की निगरानी में 3 अगस्त, 2023 को दशवा द्वार तोड़कर परमात्मा में विलीन होने का जो पराक्रम इस विश्व को दिखाया वह अविस्मरणीय है। “राम” नाम के जीवंत विज्ञान को जन मानस तक सतत पहुंचाते हुए धरा को पुनः सदभावनापूर्ण बनाने का संदेश दिया।
महंत राजेंद्र दास ने बताया कि आचार्य रामनिवास महाराज ने सत्संग के माध्यम से सद्गुरूदेव के अनन्य राम भक्ति के विषय में बताया। साथ ही सदमार्ग पर चलने की शिक्षा दी। इस दौरान राजस्थान के विभिन्न रामद्वारों से पधारे संत एवं महंतों ने श्रद्धा भाव से सद्गुरू नारायण महाराज के जीवन के विषय में बताया। इस मौके महंत राजेंद्र दास, महंत रामप्रसाद महाराज, महंत रामरतन महाराज, संत रामविचार महाराज, संत रामप्रिय दास, संत केशव दास, संत डॉ. नीलगिरी महाराज, संत गोविंद राम महाराज, संत सत्यराम दास, श्यामलाल, अमराराम, नरेश टाक, सत्यनारायण दाधिच, मंजू टाक सहित अनेक संत व श्रद्धालु उपस्थित रहे।
