क्रिया भवन में जिनवाणी से श्रद्धालु हो रहे लाभान्वित
राखी पुरोहित. जोधपुर
क्रिया भवन में जिनवाणी से श्रद्धालु लाभान्वित हो रहे हैं। मुनि जगतपूज्य विजय ने कहा कि देव गुरु धर्म से नाता जोडकर मनुष्य को जन्म सफल बनाना चाहिए। मुनि ने कहा कि परमात्मा से नाता जोड़गे तभी आत्म कल्याण होगा। उन्होंने कहा जब तक पुन्य है तब तक सब अपने है। आज बिगड़ रही भारतीय संस्कृति पर चिंता जताते हुए संत ने कहा कि हर घर में संस्कार जरूरी है व इसके लिए प्रथम धार्मिक पाठशाला की आवश्यकता बताई।
मुनि जगतपूज्यविजय ने जोर देकर कहा कि चातुर्मास की सार्थकता तभी है जब हम अज्ञान रूपी अंधकार को मिटाते हुए ज्ञान रूपी प्रकाश से आत्मा को आलोकित करेंगे। संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि जैनाचार्य रामचन्द्र सूरीश्वर के समुदायवर्ती आचार्य तपोरत्नसुरीश्वर के शिष्य रत्न अध्यात्मक प्रवचनकारक जगतरत्नविजय महाराज एवं साध्वी क्षीणमोहाश्री आदि के सानिध्य में सामायिक आराधना परमात्मा पूजन सामायिक स्वाध्याय तप जप आराधना साधना आध्यात्मिक प्रवचन में श्रद्धालु बढ चढ कर भाग ले रहे हैं। संघ अध्यक्ष हनुमानचंद तातेड, सचिव उम्मेदराज रांका व संयोजक रिकबराज बोहरा विनायकिया ने बताया कि गुरु भगवंत का आत्म कल्याणकारी प्रवचन क्रिया भवन में नियमित प्रातः 9:15 बजे से 10:15 तक चल रहा है।
