(जोधपुर में हाईकोर्ट। एक ऐतिहासिक दिन। इसकी स्थापना की प्लेटिनम जुबली मनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हमारे बीच होंगे। इसी मौके पर पूर्व न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास की महत्वपूर्ण कविता प्रस्तुत है।-संपादक)
प्लेटिनम अभिवादन
भारत जब आजाद हुआ
जनतंत्र का आगाज हुआ,
अधिकारों की रक्षा करने
न्यायालयों का गठन हुआ,
न्याय पौधा अंकुरित होकर
विशाल न्याय का वृक्ष बना
न्याय की गंगा से शनै शनै
संविधान का सम्मान हुआ,
संसदीय प्रणाली लागू कर
संघीय ढांचे को रूप दिया
केंद्र, राज्य समवर्ती सूची में
विषयों का उल्लेख किया
देश अखंड रखने के लिए
सेना को भी मजबूत किया
न्याय का परचम फैलाकर
अन्याय से पूरा संघर्ष किया
पछत्तर वर्षों का सेवा काल
न्याय का स्वर्णिमकाल बना,
उच्च न्यायालय ने गरिमा से
समानता रखकर न्याय किया,
अधिवक्ताओं की प्रखरता से
न्याय क्षितिज पर चमक उठा
अधिकारों को सुरक्षित करने
सबने अपना सहयोग दिया
न्याय जगत के विद्वानों का
हृदय से अभिवादन करते हैं,
प्लेटिनम जुबली की वेला पर
जन मानस का स्वागत करते हैं।
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