पारस शर्मा. जोधपुर
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के स्नात्तकोत्तर शल्य तंत्र विभाग के पीजी स्कॉलर एवं वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. हरवीर सांगवा ने नेशनल लेवल क्लिनिकल केस स्टडी प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया। इनकी यह केस स्टडी “वर्ल्ड जनरल ऑफ़ फार्मेस्युटिकल्स रिसर्च” में प्रकाशित हुई है।
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि एमिल फार्मेस्युटिकल्स द्वारा अपने चालीसवें स्थापना दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वंतरि जयंती को नेशनल लेवल क्लिनिकल केस स्टडी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति मुख्य वक्ता रहे। इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न संवर्ग के कुल आठ हजार से अधिक स्नातक, स्नात्तकोत्तर एवं पीएचडी उपाधिधारी आयुर्वेद चिकित्सकों ने भाग लिया। प्रोत्साहन स्वरुप एमिल फार्मेस्युटिकल्स द्वारा दिनांक 29 जनवरी 2025 को रिजल्ट जारी किया गया है एवं डॉ.हरवीर सांगवा को प्रमाण पत्र, स्मृति चिह्ण एवं रेफ्रीजरेटर देकर सम्मानित किया गया। डॉ.हरवीर सांगवा द्वारा यह केस स्टडी शल्य तंत्र विभाग के विभागध्यक्ष प्रो.(डॉ.)राजेश कुमार गुप्ता के निर्देशन मे “फॉरनिअर गैंगरीन”रोग पर की गई। इस विषय मे प्रो.(डॉ.)राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि “फॉरनिअर गैंगरीन”मुख्यतया पुरुषो मे होने वाला अत्यंत दुर्लभ एवं असाध्य रोग है। इस केस की सफलता के पश्चात “फॉरनिअर गैंगरीन”रोग के रोगियों को आयुर्वेद विश्वविद्यालय के शल्यतंत्र विभाग मे रोग से मुक्त होने की उम्मीद की नई किरण जगी है।
