अरुण माथुर. जोधपुर
वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि विधान के साथ गुरुवार को पद्मभूषण निवृत शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की प्रतिमा का अनावरण हुआ। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष वेदमूर्ति आचार्य गोविंद देव गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद ने गुरु के खड़ाऊ का पूजन कर प्रतिमा का अनावरण किया। आचार्य गोविंद देव गिरि ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने भारत की संस्कृति को नष्ट करने के प्रयास किये। सनातन धर्म को जातियों में बांटने का खेल खेला। अब समय आ गया है भारत को एवं भारतीय संस्कृति को बचाना है। समन्वय सेवा ट्रस्ट इसके लिए कार्य कर रही है।सभी हिन्दू सनातनियों को एक हो कर सनातन की गूंज पूरे विश्व में फैलानी है। महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज, शिवात्मानंद गिरि, ज्ञान आत्मानंद महाराज आचार्य रामानुज ने भी अपने संबोधन में सनातन धर्म की रक्षा के लिए समन्वय एवं सामाजिक समरसता की जरुरत पर बल दिया और स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि महाराज के सपने को साकार करने का आह्वान किया।
इस मौके समन्वय धाम को आकर्षक रोशनी एवं फूलों से सजाया गया। प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में संतवृंद, गुरु भक्त, एवं शहर के प्रबुद्धजन भी शामिल हुए।
