जन्माष्टमी पर निकलने वाली विहिप शोभायात्रा के पोस्टर का हुआ विमोचन, महोत्सव समिति का भी हुआ गठन, पालीवाल बने अध्यक्ष
अरुण कुमार माथुर. जोधपुर
विश्व हिंदू परिषद संचालित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव समिति के द्वारा विहिप स्थापना दिवस जन्माष्टमी पर सरदारपुरा के सत्संग भवन से विराट शोभायात्रा निकाली जाएगी । शोभायात्रा के पोस्टर का विमोचन शुक्रवार शाम बिजोलाई आश्रम के महंत महामंडलेश्वर सोमेश्वर गिरी महाराज के कर कमलों से हुआ ।
पोस्टर विमोचन कार्यक्रम में महामंडलेश्वर सोमेश्वर गिरी महाराज ने जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर कहा कि आज के युग मे सनातनी युवाओ को श्रीकृष्ण जीवनी से हर गुणों को सीखना चाहिए । भगवान योगेश्वर ने बचपन जिया तो ऐसा की आज भी हर माँ अपने पुत्र को कान्हा कहती है और जवानी जी तो विश्व की सबसे बड़ी ताकतवर अक्षुणी सेना से पांच निर्वासित पांडवों को विजय दिलाई और गीता जैसा ग्रंथ लिखा जिस पर आज भी हजारो नोबल पुरस्कार कुर्बान हुए । भगवान श्रीकृष्ण इस राष्ट्र के आधार व प्रत्येक जीव मात्र की श्वास में बसे हुए हैं । जिनके सुमिरन मात्र से ही मोक्ष प्राप्ति व जीवन सार्थक हो जाता है ।
महाराज ने कहा कि विहिप की स्थापना का जन्माष्टमी को करने का मुख्य उद्देश्य ही राष्ट्र की खोई वैभवशाली परम्परा संस्कृति धर्म की स्थापना करना था । जो आज संतो के सानिध्य मार्गदर्शन में कर रहा है । हर सनातन धर्म के अनुयायी को गर्व के साथ धर्म संस्कृति से जोड़ रहा है ।
जिला प्रचार प्रमुख दीपेश भाटी। के बताया कि इस बार शोभायात्रा में आकर्षक का केंद्र खाटूधाम से बाबा श्याम का शीश की झांकी जो बेंगलुरु से आये विशेष पुष्पों से सजी होगी साथ ही नाथद्वारा के श्रीनाथ जी झांकी जो एक किलो स्वर्णाभूषण से श्रृंगारित होगी ।
विमोचन के दौरान विहिप के प्रांत अध्यक्ष डॉ राम गोयल सहमंत्री महेंद्र राजपुरोहित सोरभनाथ कार्तिक लिम्बा साहिल अंकित पुरोहित सहित विहिप व महोत्सव समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे ।
पालीवाल समिति अध्यक्ष , पारवानी महामंत्री बने।
विहिप मंत्री तरुण सोतवाल ने बताया कि महोत्सव समिति का गठन कर सर्वसम्मति से युवा पालीवाल समाज के प्रदेशाध्यक्ष समाजसेवी मुकेश पालीवाल को समिति अध्यक्ष बनाया गया । वही ललित पारवानी को समिति महामंत्री , चेतन वैष्णव को समिति संयोजक व अजय सियोटा को शोभायात्रा संयोजक बनाया गया।
आलोक चौरड़िया , डॉ सीमा शर्मा , कविता जैन नीलेश नागर अमन आरोड़ा व मनन परिहार को समिति का वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया।