डीके पुरोहित. जोधपुर
होमगार्ड ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर ड्यूटियों को ऑफलाइन पद्धति से लगाकर उसके पश्चात उन्हें पोर्टल पर अपलोड करने को कहा है। साथ ही ड्यूटी देने के लिए कम से कम तीन जगह का ऑप्शन निर्धारित करने को कहा है। जो व्यक्ति प्राइवेट कार्य करता है उसको अगर रात्रि की ड्यूटी नहीं मिलती है तो उसका रोजगार भी छिन जाता है जिससे उसकी आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ता है उसका भी निवारण करें।
जो व्यक्ति विभिन्न विभागों में नियोजित है और उनको संबंधित विभाग के द्वारा लिख के लेकर आते हैं उनको भी ड्यूटी रोटेशन पद्धति के माध्यम से ही दी जाए। उन सब विभागों में चतुर्थ श्रेणी के अलावा सभी की ड्यूटी को उप महानिदेशक स्तर से एक आदेश जारी करवा कर निरस्त किया जाए।
इसके साथ ही साथ होमगार्ड जवान जो लगातार एक ही विभाग में चार-चार साल से लगातार दो-दो साल से लगता और लंबे समय से लगातार ड्यूटी कर रहे हैं। उन सबको भी रोटेशन पद्धति के माध्यम से ही ड्यूटी लगाई जाए अथवा उनका डिस्चार्ज या अन्य विभाग के माध्यम से अपील की जाए, जिसमें मुख्य लोकायुक्त एवं मानव अधिकार आयोग में अपील करने का प्रस्ताव भी लिया जाएगा।
होमगार्ड का कहना है कि नियमत ड्यूटी नहीं मिलती इसके चलते हमें मजबूरी में दूसरी जॉब या काम धंधा करना पड़ता है ( टेक्सी भी चलाते हैं मजदूरी भी करते हैं ) अपनी मनमानी से ऑनलाइन ड्यूटी लगा दी (और जिनकी ड्यूटी आनी थी किसी किसी को तो ड्यूटी लगी है नहीं है ) लगाई गई जिससे हमारा दूसरा जो काम धंधा हैं हाथ छूट जायेगा क्यूकी प्राइवेट जॉब हमें एक महीने के लिए कौन रखेगा?




