पंकज जांगिड़. जोधपुर
जोधपुर। ब्रह्मांड के खगोलीय इंजीनियर, देवताओं के शिल्पी, जांगिड़ समाज व शिल्पकारों के आराध्य देव भगवान श्री विश्वकर्मा का 79वां जयंती महोत्सव श्री विश्वकर्मा जांगिड़ पंचायत एवं श्री विश्वकर्मा मंदिर कमेटी बाईजी का तालाब के संयुक्त तत्वावधान में तथा श्री पंचायत की उपसंस्थाओं, समाज की सभी संस्थाओं व संगठनों और समाजबंधुओं की ओर गुरुवार को श्रद्धापूर्वक व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
बाईजी का तालाब श्री विश्वकर्मा मंदिर कमेटी के सचिव मास्टर रामदयाल धामू ने बताया कि महोत्सव का बुधवार रात्रि में विशाल भजन संध्या से आगाज हुआ, जिसमें समाज के गायक व नामचीन कलाकारों ने भगवान श्री विश्वकर्मा का गुणगान किया। इस मौके श्री पंचायत के अध्यक्ष वासुदेव बुढल सहित श्री पंचायत के पदाधिकारी, एडवोकेट कन्हैयालाल जांगिड़, पुखराज जांगिड़, हरीश जांगिड़, रामदेव जांगिड़, मोहनलाल जायलवाल, सुरेश शर्मा, डॉ. मोनिका आर करल, उत्तम कुलरिया सहित अनेक गणमान्य नागरिक व समाजबंधु उपस्थित रहे। गुरुवार सुबह मंदिर में ध्वजारोहण के पश्चात मंदिर व मसूरिया स्थित श्री विश्वकर्मा छात्रावास में पं. वीरेंद्र भाकरेचा द्वारा वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ हवन का आयोजन हुआ, जिसमें सभी ने विश्व कल्याण व शांति, देश में खुशहाली तथा सभी की सुख-समृद्धि की मंगल कामनार्थ आहूंतियां प्रदान की।
श्री पंचायत के प्रवक्ता भारत भूषण शर्मा ने बताया कि मसूरिया स्थित श्री विश्वकर्मा छात्रावास में श्री पंचायत के अध्यक्ष वासुदेव बुढल व मंदिर कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वरलाल हर्षवाल की अध्यक्षता में आयोजित सम्मान समारोह की शुरुआत गणमान्य अतिथी आरजेएस प्रतिभा मोटीयार, आरएएस गोमती शर्मा, जोधपुर डिस्कॉम अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश सुथार, राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर डिप्टी रजिस्ट्रार राजेश आसदेव, भामाशाह व समाजसेवी पुनाराम बरनेला, एमडी शर्मा, मनोज शर्मा, श्री पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रमेश प्रकाश शर्मा, पूर्व न्यासी व भाजपा कार्यकर्ता पुखराज चुईल, पार्षद फतेहराज मांकड़, विनती भाकरेचा, पार्षद जानी देवी द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुई। इस दौरान अतिथियों, भामाशाहों, सेवादारों, समाज के वरिष्ठजनों, होनहार विद्यार्थियों, प्रतिभाओं, प्रतिभागियों व चयनित प्रशासनिक अधिकारियों का साफा, शाॅल, दुपट्टा पहनाकर व स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। अतिथियों ने अपने उद्बोधन में संगठित समाज, समाज के उत्थान, नारी शक्ति, बालक-बालिका शिक्षा व सम्मान, दहेज व पर्दा प्रथा के साथ भ्रूण हत्या रोकने, कुरीतियो मिटाने पर, कमजोर वर्ग को समृद्धशाली बनाने पर बल दिया। मंच संचालन खींवराज रालड़िया ने किया।
अतिथियों द्वारा 101 महिलाओं द्वारा कलश व 28 झांकीयुक्त शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिसमें महिलाओं व भक्तो ने मंगल गीतों व डीजे की धुनों पर नृत्य किया और भगवान के जयकारे लगाए। शोभायात्रा के मार्ग पर स्वागत द्वार लगाए गए और समाजबंधु व शहरवासियों द्वारा मान-मनुहार की गई। शोभायात्रा बाबा रामदेव रोड शिवाजी मार्ग, बाहरवीं रोड, पांचवीं रोड, शनिश्चर थान, जालोरी गेट, सोजती गेट, रेलवे स्टेशन होते हुए बाईजी का तालाब स्थित मंदिर स्थल पर विसर्जित हुई। मंदिर कमेटी द्वारा शोभायात्रा व समाज की सभी उपसंस्थाओं के पदाधिकारियों का भव्य स्वागत व सम्मान किया गया। प्रसाद वितरण और संध्याआरती के साथ महोत्सव का समापन हुआ। आयोजन को सफल बनाने में ज्योतिस्वरुप धनेरवा, सोनाराम बुढल, सुरेशचंद्र कुलरिया, डीपी शर्मा, ईश्वर मांकड़, मनीष कुलरिया, विनोद आसलिया, भींयाराम सलूण, गणपतलाल जायलवाल, भेराराम आसदेव, रामदयाल जादम, पंकज जायलवाल, हुकमाराम जिलोया, मिश्रीलाल कुलरियां, चेतन बरड़वा, राधेश्याम डोयल सहित सभी समाजबंधुओं का सहयोग रहा।