पंकज जांगिड़. जोधपुर
सूरसागर, गांव गेवा, कनावतों का बास स्थित श्री काहवा गोगाजी महाराज धाम में धाम की गादीपति साध्वी सीमा किशोरी महाराज के मुखारविंद से दोपहर 1.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक शिवमहापुराण कथा का आयोजन हो रहा है।
विभिन्न प्रसंगों का वर्णन सुनाते हुए साध्वी सीमा किशोरी महाराज ने कहा कि ऐसे परोपकारी और अपरिग्रही शिव का चरित्र वर्णित करने के लिए ही इस पुराण की रचना की गई है। यह पुराण पूर्णतः भक्ति ग्रन्थ है। पुराणों के मान्य पांच विषयों का ‘शिव पुराण’ में अभाव है। इस पुराण में कलियुग के पापकर्म से ग्रसित व्यक्ति को ‘मुक्ति’ के लिए शिव-भक्ति का मार्ग सुझाया गया है। मनुष्य को निष्काम भाव से अपने समस्त कर्म शिव को अर्पित कर देने चाहिए। वेदों और उपनिषदों में ‘प्रणव – ॐ’ के जप को मुक्ति का आधार बताया गया है। प्रणव के अतिरिक्त ‘गायत्री मन्त्र’ के जप को भी शान्ति और मोक्षकारक कहा गया है। प्रसंग के दौरान भोलेनाथ के भजनों पर शिवभक्त झूमते हुए भक्ति में सराबोर नजर आए। 2 मई को कथा विराम होगी।
