राखी पुरोहित. जोधपुर
तपागच्छ संघ ने अठाई तप आराधिका सारिका भंडारी का बहुमान किया। श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागच्छ संघ के तत्वाधान में जैनाचार्य तपोरत्नसुरी के शिष्यों के सानिध्य में तप आराथिका श्राविका सारिका भंडारी के अठाई तप तपस्या निमित्ते क्रिया भवन ट्रस्ट मंडल द्वारा बहुमान किया गया।
संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया व दीपक सिंघवी ने बताया कि जैनाचार्य रामचन्द्रसुरीश्वर के समुदायवर्ती आचार्य तपोरत्नसुरीश्वर के शिष्य रत्न जगतपुज्यविजय महाराज एवं साध्वी क्षीणमोहाश्री के सानिध्य में परमात्मा पूजन सामायिक स्वाध्याय आराधना साधना तप जप आध्यात्मिक प्रवचन जिनवाणी की जोर शोरो से सरिता बह रही है। इसी तप जप की कड़ी में संघ ट्रस्टी राजेंद्र कुमार भंडारी की पुत्रवधू सारिका भंडारी अठाई तप आराधना का गुरुदेव के पास प्रत्याख्यान लेने आने पर तपागच्छ संघ ट्रस्ट मंडल द्वारा भव्य बहुमान किया गया । इस अवसर पर संघ अध्यक्ष हनुमानचंद तातेड, सचिव उम्मेदराज रांका, संयोजक रिकबराज बोहरा, जगदीशचन्द्र खाटेड, ललित पोरवाल, बलवंतराज खिंवसरा, मनोहरलाल हिरण, देवेंद्र भंडारी, केवलराज सिंघवी ने तप तपस्या की अनुमोदना की । प्रवचन दौरान मुनि जगतपुज्यविजय ने कहा भगवान् को भी कई तरह के उपसर्गों का सामना करना पड़ा। किये गये कर्म किसी को छोडते नहीं। कर्म सभी को भुगतने पडते है। उन्होंने कहा तप तपस्या से कर्मो की निर्जरा होती है व आत्मा निर्मल बनती है। संघ के आलोक पारख विनायकिया ने बताया गुरु भगवंत का आत्म कल्याणकारी प्रवचन क्रिया भवन में नियमित प्रातः 9:15 बजे से 10:15 तक चल रहा है।
