-कांग्रेस में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। नए समीकरण जो बन रहे हैं, उसके हिसाब से पार्टी बिलाड़ा से जैसलमेर के वर्तमान विधायक रूपाराम धनदे को टिकट दे सकती है। अगर ऐसा होता है तो उनका मुकाबला भाजपा के अर्जुनलाल गर्ग से होगा। बिलाड़ा की सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित है।
-जैसलमेर में मानवेंद्रसिंह को उम्मीदवार बनाने के चांस अधिक। पोकरण से सालेह मोहम्मद को उम्मीदवार बनाने का मोह त्याग नहीं पा रहे गहलोत, यह पार्टी के लिए हो सकता है घातक। ऐसे में दोनों सीटें गंवाने का खतरा मंडरा रहा। मेघवाल वोटर्स ने इस बार एक संत को वोट देने का बनाया मानस। जैसलमेर में भाजपा ने राजपूत कैंडिटेट उतारा तो कांग्रेस को हो सकता है भारी नुकसान।
डीके पुरोहित. जैसलमेर
कांग्रेस में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। मौजूदा चर्चा के मुताबिक अब बिलाड़ा से कांग्रेस के उम्मीदवार जैसलमेर के वर्तमान विधायक रूपाराम धनदे हो सकते हैं। हालांकि रूपाराम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें जैसलमेर से ही टिकट दिया जाए, मगर सालेह मोहम्मद और मानवेंद्रसिंह के बीच पैक्ड़ हो जाने के बाद अशोक गहलोत भी सालेह मोहम्मद के कहे मुताबिक चलते नजर आ रहे हैं जो कि अंततोगत्वा पार्टी के लिए आत्मघाती सिद्ध होता नजर आ रहा है। क्योंकि अगर भाजपा ने जैसलमेर में किसी राजपूत कैंडिडेट को उतारा तो जैसलमेर में मानवेंद्रसिंह और सालेह मोहम्मद को पोकरण में नुकसान की पूरी संभावना है। इस बार पोकरण में सालेह मोहम्मद को लेकर लोगों में नाराजगी भी है। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में भी सालेह मोहम्मद की हालत खस्ता थी और मामूली वोटों के अंतर से जीते थे। इस बार तो हालत और भी खराब है। मगर फकीर परिवार की अशोक गहलोत से नजदीकियां जग जाहिर है। ऐसे में जैसलमेर और पोकरण सीट पर नुकसान होता नजर आ रहा है।
इधर पार्टी के सूत्र बताते हैं कि इस बार विधानसभा चुनाव में जैसलमेर के विधायक रूपाराम धनदे को बिलाड़ा से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। बिलाड़ा एससी वर्ग के लिए आरक्षित सीट है और रूपाराम दलित वर्ग से आते हैं। हालांकि रूपाराम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें जैसलमेर से ही टिकट दिया जाए। मगर मानवेंद्रसिंह ने टांग फंसा दी है और वे अपने प्रभाव के चलते टिकट लाने में सफल होते हैं तो रूपाराम की नाराजगी दूर करने के लिए उन्हें पार्टी बिलाड़ा से उम्मीदवार बना सकती है।
कांग्रेस के लिए राह आसान नहीं, मानवेंद्रसिंह और सालेह मोहम्मद पर दांव खेलना खतरे से खाली नहीं
इस बार कांग्रेस के लिए राह आसान नहीं है। जैसलमेर और पोकरण सीट हॉट सीट है। यहां से जो उम्मीदवार जीतता है राजस्थान में सरकार भी लगभग उसी पार्टी की बनती है। ऐसा कई बार उदाहरण सामने आ चुका है। लेकिन इस बार हालात जुदा है। क्योंकि राजस्थान में गहलोत को जहां सरकार रिपीट होने का अनुमान है वहीं भाजपा भी सोच समझकर पत्ते खेल रही है। भाजपा ने पहली सूची जारी कर दी है और एससी वर्ग के लिए आरक्षित बिलाड़ा सीट पर अर्जुनलाल गर्ग को उम्मीदवार बनाया है। गर्ग भाजपा के अनुशासित सिपाही रहे हैं और पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता है। इधर संभावना यही है कि जैसलमेर से कांग्रेस मानवेंद्रसिंह को टिकट देगी और पोकरण से सालेह मोहम्मद को। इससे रूपाराम खेमा नाराज होता नजर आ रहा है। रूपाराम खेमा चाहता है कि उन्हें जैसलमेर से ही उम्मीदवार बनाया जाए। रूपाराम के प्रति लोगों में नाराजगी भी नहीं है।
कोई भी उम्मीदवार को मेघवाल समाज ने तय किया बाबाजी को वोट देंगे
अगर पोकरण से भाजपा एक संत को टिकट देती है तो मेघवाल समाज के लोगों ने तय कर दिया है कि हम तो कोई भी उम्मीदवार हो बाबाजी को वोट देंगे। इस संत का पोकरण में वर्चस्व है और पिछले चुनाव में हार के बाद अब समीकरण भी बदल गए हैं। क्योंकि संत ने पूरे पांच साल में लोगों से जुड़ाव बनाए रखा है। संत ने चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है और पिछले दिनों उनका वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें वे गजेंद्रसिंह शेखावत के बारे में बोल रहे थे। इस वीडियो के आने के बाद बताया जा रहा है कि पोकरण से भाजपा इस संत को अपना उम्मीदवार बना सकती है। संत से मेघवाल समाज के लोग भी नाराज नहीं है। मेघवाल समाज के एक मौजिज व्यक्ति ने बताया कि कोई भी उम्मीदवार हो हम तो बाबाजी को वोट देकर पिछली भूल सुधारेंगे।
