—’ऐतराफ-ए-कमाल-ए-फ़न जश्न-ए-गुलज़ार’ अंतरराष्ट्रीय मुशायरा व सेमिनार
राइजिंग भास्कर डॉट कॉम. मुंबई /इस्लामाबाद/ जोधपुर
ऑस्कर और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित इस युग के महान साहित्यकार भारतीय उप महाद्वीप के उर्दू शाइर गुलज़ार, पाकिस्तान के जाने माने शाइर अहमद नदीम क़ासमी के निधन के बाद साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हिंदुस्तानी शाइर पदमश्री शीन शीन काफ़ निज़ाम को अपना कलाम दिखाते हैं।
भारत के विख्यात पत्रकार व शाइर एमआई ज़ाहिर ने यह रहस्योदघाटन किया। वे तख़लीक़कार इंटरनेशनल की ओर से गुलज़ार के व्यक्तित्व व कतित्व पर शुक्रवार 18, अप्रैल 2025 को आयोजित आनलाइन ‘ऐतराफ-ए-कमाल-ए-फ़न जश्न-ए-गुलज़ार’ अंतरराष्ट्रीय मुशायरे व सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उदयपुर में मेवाड़ के पूर्व राजघराने की ओर से सिटी पैलेस में महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन अवार्ड मिलने पर इंटरव्यू देने के बाद गुलज़ार ने यह बात कही थी, उस समय तत्कालीन महाराणा अरविंदसिंह और हिन्दी के विख्यात शीर्ष बाल कवि बैरागी भी मौजूद थे।
ज़ाहिर ने कहा, तब मैं समझा था कि वे मज़ाक़ कर रहे हैं, लेकिन जोधपुर के श्रीराम इंटरनेशनल होटल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने सार्वजनिक रूप से यह बात बताई थी। उल्लेखनीय है कि गुलज़ार गीतकार,लेखक व पटकथा लेखक और फिल्म निर्देशक हैं और भारत सरकार उन्हें पदम भूषण पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है। विख्यात शाइर व आलोचक निज़ाम को हाल ही में भारत सरकार ने पदमश्री से सम्मानित किया है।
उन्होंने गुलज़ार शनासी पर आयोजकों का यह कह कर शुक्रिया अदा किया, आईना देख कर तसल्ली हुई,हमको इस घर में जानता है कोई। ज़ाहिर ने ग़ज़लें पेश करते हुए अपना यह शेर गुलज़ार को समर्पित किया- उसका चेहरा देख के ज़ाहिर, आईना भी चमका होगा। इस मौक़े तन्ज़ीम की सरपरस्त आला ज़ैबुन्निसा ज़ैबी ने कहा कि जनाब एम आई ज़ाहिर ने गलज़ार साहब का इंटरव्यू लिया था और वे प्रवासी भारतीय,फिल्म व सांस्कृतिक मामलों के प्रतिष्ठित पत्रकार हैं।
आलमी मुशायरे में कई देशों के शाइरों ने ग़ज़लों और नज़्मों से रंग जमाया
अमरोहा फाउंडेशन का ग्लोबल मुशायरा
राइजिंग भास्कर डॉट काम नई दिल्ली/इस्लामाबाद
अमरोहा फाउंडेशन की मेज़बानी में शुक्रवार की रात आयोजित ग्लोबल आनलाइन मुशायरे में कई देशों के मशहूर शाइरों व शायरात ने ख़ूबसूरत कलाम पेश कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
मुशायरे की मशहूर शायरा नजमा उस्मानी (इंग्लैंड )ने अध्यक्षता में आयोजित किया गया। मुशायरे में अमेरिका की विख्यात शाइरा शम्सा नजम मुख्य अतिथि थीं। मुशायरे में मशहूर शाइरा ज़ैबुन्निसा ज़ैबी (पाकिस्तान), नाज़िम शिकारपुरी (भारत),सना इफ़्तिख़ार साक़िब स्वीडन (स्वीडन), नरगिस रहमत(पाकिस्तान), काविश काज़मी (पाकिस्तान),अली शाहिद दिलकश (भारत), गुले नसरीन (पाकिस्तान) ने तहत व तरन्नुम में खूबसूरत ग़ज़लें पेश कर भावविभोर कर दिया। इस मुशायरे का खूबसूरती से संचालन भारत के प्रख्यात पत्रकार व शाइर एम आई ज़ाहिर ने किया। शुरू में संस्था के अध्यक्ष फरमान हैदर ने शायरों का स्वागत किया।
