नड्डा ने उदयपुर और जोधपुर संगठन से जुड़े 13 जिलो की कोर कमेटियों की बैठक ली, बैठक में दे गए जीत का मंत्र
डीके पुरोहित. जोधपुर
भाजपा की 41 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद सामने आई अंतर्कलह को दूर करना भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने चुनौती है। पार्टी उम्मीदवारों का जगह-जगह विरोध हो रहा है। इसे डैमेज कंट्रोल करने के लिए नड्डा सोमवार को उदयपुर और जोधपुर संगठन से जुड़े 13 जिलों की कोर कमेटियों की बैठक लेने पहुंचे। लेकिन रूठों को मनाना आसान नहीं है। आखिर नड्डा को कहना पड़ा कि आपकी पहचान पार्टी से है, आपसे पार्टी की नहीं। मगर रूठों पर इसका असर होता नजर नहीं आ रहा।
उन्होंने पदाधिकारियों से पार्टी की वर्तमान स्थिति, चुनावी रणनीति, एकजुटता को गंभीरता से लिया। इसके बाद उन्होंने प्रदेश में 41 सीटों की सूची आने के बाद हो रहे विरोध को स्पष्ट शब्दों में नकार दिया। उन्हाेंने कहा कि पार्टी से आपकी पहचान है, आपसे पार्टी की नहीं। उदयपुर बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, जोधपुर में मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत आदि नेता बैठकों में उपस्थित रहे। नड्डा ने कहा कि राजस्थान का यह चुनाव 2024 में केंद्र में मोदी को फिर से पीएम बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। इसलिए कमल खिलाने में सभी जुट जाएं।
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने पहल के साथ 41 विधायक प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। इसके बाद अधिकांश सीटों पर विरोध बढ़ रहा है। इससे सीख लेते हुए भाजपा अब नई रणीनीति पर काम कर रही है। कार्यशाला के माध्यम से पार्टी की एकजुटता तय की जा रही है। दूसरी सूची जारी होने से पहले अपने रूठों को मनाने की कोशिशें पहले से हो रही है। इसी फार्मूले पर उदयपुर के बाद दूसरे संभागों में बैठकें होंगी।
नड्डा ने सीधे तौर पर कहा कि चुनावी टिकट सबको नहीं मिल सकता। जिसको टिकट मिलेगा पार्टी के बाकी पदाधिकारियों को उसके साथ तन-मन से लगना होगा। किसी एक को टिकट मिलने से नाराजगी उभरेगी। इसलिए हर पदाधिकारी को बनने और बिगड़ने वाले समीकरणों को ध्यान पर रख मोर्चा पहले से ही संभालना होगा। किसकी नाराजगी को कौन दूर कर सकता है। इसके लिए तैयार रहना होगा। नड़डा ने युवाओं के लिए छात्रावासों में और महिलाओं के लिए अधिकाधिक स्वयंसेवी संगठनों तक पकड़ बनाने की बात कही। उन्हाेंने पदाधिकारियों को जीत का खास मंत्र दिया। कहा बूथ जीता तो चुनाव जीता। बहुत सी ऐसी बस्ती हैं, जहां लोग भाजपा से जुड़ने को तैयार बैठे हैं, लेकिन हमारी ओर से प्रयास नहीं हो रहे। पहली बैठक में कुल 160 और दूसरी बैठक में 120 पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा सोमवार को जोधपुर पहुंचे। इसके लिए संभाग की सभी 33 सीटों के पदाधिकारियों को बुलाया गया। नड्डा ने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर एक-एक सीट पर बात की। उन्होंने यह भी पता लगाया कि टिकट की घोषणा के बाद कहां से कैसा रिएक्शन आएगा या कहां क्या हो सकता है। यानी डैमेज कंट्रोल की पहले ही रणनीति बनाई गई। कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उनके सामने भाजपा के 41 उम्मीदवारों की पहली सूची में सांचौर से सीट सांसद देवजी पटेल को मैदान में उतारने के बाद उपजे विवाद का मसला भी रखा गया। नड्डा ने इस विवाद को सुलझाने का फार्मूला बताते हुए इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को अधिकृत किया।
भाजपा के सूत्रों की मानें तो इसके लिए कमेटी बनाकर नाराज नेताओं को मनाने का प्रयास किया जाएगा। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व टिकट बदलने के मूड में नजर नहीं आ रहा है, लेकिन वह नाराज लोगों से समन्वय बनाने के मूड में है। इसके लिए एक फार्मूला सुझाया गया है ताकि उन नाराज नेताओं को मनाकर वापस पार्टी के प्रचार-प्रसार में लगाया जा सके। कुछ सीटों पर प्रत्याशी के नाम की घोषणा से विवाद होने की संभावनाओं पर भी चर्चा की। नड्डा ने पदाधिकारियों के साथ रात तक तीन दौर की बातचीत की। नड्डा ने पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ पहले बाइपास पर स्थित एक होटल में चर्चा की। दो दौर की बैठक के दौरान उनसे सीधा संवाद कर संभाग की समूची 33 सीटों का फीडबैक लिया। इसके बाद नड्डा होटल ताज हरि में रात्रि विश्राम के दौरान भी प्रमुख नेताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत की। सभी सीटों पर सोशल इंजीनियरिंग पर बात कर स्थिति कोपरखा। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने पहले चरण में जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर और सिरोही के भाजपा पदाधिकारियों से बैठक की। दूसरे चरण में जोधपुर के तीन जिलों और पाली जिले के कार्यकर्ताओं से संवाद किया। इसमें भाजपा की तैयारियों पर चर्चा की गई।
