बोरुंद ग्राम सेवा सहकारी समिति को इफको ने दिया ड्रोन
सोहनलाल वैष्णव. बोरुंदा (जोधपुर)
आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि के साथ ही आत्मनिर्भर किसान को लेकर बोरुंदा ग्राम सेवा समिति में मंगलवार को इफको कंपनी द्वारा दिए गए विशालकाय ड्रोन व इलेक्ट्रिकल थ्री व्हीलर व्हीकल का पंडित दीपचंद दाधीच के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत रूप से शुभ मुहूर्त में शुभारंभ हुआ। इस मौके पर मुख्य वक्ता समिति अध्यक्ष विक्रम सिंह राठौड़ ने संबोधित करते हुए कहा कि आज की आधुनिकता की दौड़ में कृषि कार्यों को भी सम्मिलित करने से सरलता व सुगमता होने जा रही है। इफको नैनो यूरिया और इफको नैनो डीएपी को लेकर सहकार से समृद्धि के लिए नवाचार से किसान भाई लाभान्वित होने जा रहे हैं। क्षेत्र के किसान अब ड्रोन से अपनी फसलों पर उर्वरको और दवाइयों का छिड़काव आसानी से करवा सकेंगे। जिसे किसानों को 50% अधिक फायदा होगा। मंगलवार को समिति के कर्मचारी अशोक बढ़ियासर को समिति के अंतर्गत संचालन करने हेतु प्रशिक्षण लेने के बाद ड्रोन ई रिक्शा दिया गया। ड्रोन को 13 फीट चौड़ाई के दायरे में सभी पौधों को कवर करते हुए फसल के आकार के अनुसार उड़ाया जा सकेगा। वही ड्रोन को उड़ते समय पेड़ या पक्षी आदि के पास में आने से इसमें लगे सेंसर से ड्रोन उनसे टकराने से पहले ही अपने आप रुक जाएगा। वही 5 बीघा जमीन में 500 लीटर पानी की बजाय ड्रोन से मात्र 35 से 40 लीटर पानी से स्प्रे हो जाता है। वही ड्रोन से किसानों के समय व धन की बचत भी होगी। ड्रोन से फसलों में छिड़काव करने से दवा और उर्वरकों की 50% खपत कम होगी। प्रति हेक्टर 800 से ₹1000 खर्च आता है। जहां ड्रोन से छिड़काव करवाने पर 25% की छूट मिलेगी। वही एक बीघा जमीन में ड्रोन द्वारा 5 से 10 मिनट में स्प्रे हो जायेगा। डीएपी के एक बैग की कीमत 1300 से अधिक रुपए है। अब ₹600 में मिलने वाले डीएपी नैनो जो एक बैग से अधिक फसल में छिड़काव के काम आएगा। वहीं कस्बे के दशहरा मैदान में ड्रोन का रिहर्सल किया गया। जहां पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई।
ये उपस्थित रहे :
इस कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष विक्रमसिंह राठौड़, पूर्व अध्यक्ष बहादुर सिंह राठौड़, पूर्व सरपंच नरेंद्रदान देथा, सदीक खान, रामदयाल भाटी, भीखसिंह मेड़तिया, रामसिंह मेहरु, वार्डपंच हरिसिंह भाटी, महिपाल चारण, किसनाराम मेघवाल, गोविंद मेघवाल, जफर अली, रामसिंह मेड़तिया, दीपचंद करेशिया, मांगीलाल भाकर, बाबूलाल पूनिया, चिमनाराम बडियार, ढगलाराम डांगा व कृषि अधिकारी प्रेमसिंह सहित कई किसान उपस्थित रहे।
