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भावाअशिप-शुष्क वन अनुसन्धान संस्थान, जोधपुर द्वारा 1 जुलाई से वन महोत्सव पखवाड़ा मनाया गया। भारत सरकार के “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान एवं “मिशन लाइफ” के अंतर्गत दिनांक 15 जुलाई, 2024 को एफडीडीआई जोधपुर परिसर में आफरी एवं एफडीडीआई के संयुक्त तत्वाधान में पौधारोपण कार्यक्रम कर पखवाड़े का समापन किया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री किशन सिंह जसोल, सेवानिवृत भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी ने अपने उद्बोधन में बताया कि प्रकृति में हो रहे बदलावों जैसे भूजल दोहन, ओरण गोचर अतिक्रमण एवं नदी जल बचाव को, आफरी जैसी संस्थाओं द्वारा विकसित उच्च गुणवता वाली देसी प्रजातियों के वृक्षारोपण एवं उनकी सुनिश्चित उत्तरजीविता से ही पर्यावरणीय क्षति को रोका जा सकता है । कार्यक्रम के अध्यक्ष, आफरी निदेशक डॉ. तरूण कान्त ने बढ़ते हुए मरुस्थलीकरण को रोकने, अवक्रमित भूमि के रोकथाम एवं पुनरुद्धार हेतु पौधारोपण एवं उनके संरक्षण के साथ नवीन वैज्ञानिक तकनीकों के समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि केवल पौधा लगा देना ही पर्याप्त नहीं है। हमें रोपित पौधे को अपने बच्चे की तरह देखभाल कर उसे बचा कर भी रखना होगा| कार्यक्रम के सह-अध्यक्ष श्री अनिल कुमार, कार्यकारी निदेशक, एफडीडीआई ने वन महोत्सव को प्रकृति महोत्सव, जीवन महोत्सव बताते हुए वृक्षों के शहरी क्षेत्रों में गिरते हुए घनत्व को रोकने एवं भविष्य में वृद्धि हेतु आवश्यक बताया। कार्यक्रम का आरम्भ मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्यो द्वारा वृक्षारोपण कर किया गया जिसमे आफरी एवं एफडीडीआई के अधिकारी/ कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया । वन एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किये जाने वाले उत्कृष्ट कार्य हेतु श्री अंकित जैन, ई. एफ. पॉलीमर, सौमाली फौजदार, खान मजदूर सुरक्षा अभियान ट्रस्ट एवं श्री नरेन्द्र शर्मा, पर्यावरणविद को उनके द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए । एफडीडीआई संस्थान द्वारा आगन्तुको को प्रयोगशालाओं एवं कार्यशालों का भ्रमण कराया गया । कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संगीता सिंह, समूह समन्वयक (शोध) एवं संचालन श्रीमती कुसुम परिहार द्वारा किया गया ।
