राखी पुरोहित. बीकानेर
राजस्थानी भाषा, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व को समर्पित महान् इटालियन विद्वान डॉ. लुईजि पिओ टैस्सीटोरी के कार्याें को जन-जन तक ले जाने के संदर्भ में गत साढ़े चार दशकों से अधिक समय से प्रज्ञालय संस्थान एवं राजस्थानी युवा लेखक संघ डॉ. टैस्सीटोरी की स्मृति में प्रति वर्ष उनकी पुण्यतिथि एवं जन्म-दिवस पर साहित्य एवं भाषा मान्यता को केन्द्र में रखकर आयोजन किए जाते हैं।
राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार एवं राजस्थानी भाषा मान्यता आंदोलन के प्रवर्तक कमल रंगा ने बताया कि गत वर्षों की भांति भी इस वर्ष भी डॉ. लुईजि पिओ टैस्सीटोरी की 105 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आगामी 22 एवं 23 नवम्बर को दो दिवसीय ‘ओळू समारोह’ का आयोजन किया जाएगा। रंगा ने कि ‘ओळू समारोह’ के प्रथम दिन 22 नवम्बर को प्रातः 11 बजे डॉ. टैस्सीटोरी के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि एवं विचारांजलि का आयोजन रखा गया है। ‘ओळू समारोह’ के दूसरे दिन 23 नवम्बर को प्रातः राजस्थानी भाषा मान्यता के संदर्भ में आयोजन लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में किया जाएगा। रंगा ने आगे बताया कि गत वर्षों की भांति 105 वीं पुण्यतिथि पर भी प्रवासी राजस्थानी प्रतिभाओं का चयन पुण्यतिथि से पूर्व कर लिया है, जिसमें राजस्थानी भाषा के लिए 2024 का सम्मान सुशील ओझा को साहित्य के लिए संजय बिन्नाणी को एवं संस्कृति के लिए श्रीमती प्रमिला शाह को अर्पित करने का निर्णय किया गया है। इस बाबत शीघ्र एक भव्य समारोह आगामी दिनों में कोलकाता में संस्था प्रतिनिधियों द्वारा आयोजित किया जाएगा।