अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव
( 11 से 14 )
आओ पतंग उड़ाएं
आओ आओ आज पतंग उड़ाएं ।
मेरी छत पर सब आ पतंग उड़ाएं ।।
आओ राम – जेम्स आओ रहमान ।
मकर संक्रांति है खूब पतंग उड़ाएं ।।
कोयल सी काली सादा डोर के संग ।
आकाश में आज पतंगों से करें जंग ।।
कभी ढील से या कभी खींच के करें ।
कटी पतंग को लूटने में भी होती जंग ।।
कटी पतंग इक घर से जाती दूजे घर ।
चांद् सितारों सी नभ में उड़े फर – फर ।।
ठुमकी दे गुड़क-गुड़क कर नभ में छाए ।
बच्चे बूढ़े मांझे संग उड़ाए सर-सर-सर ।।
जातपांत – धर्म से पतंग का नहीं नाता ।
भोलाराम की कटी पतंग जफर लूटता ।।
खान की पतंग पंडित की छत पर गिरे ।
पतंगबाजी से आपसी भाईचारा बढ़ता ।।
आओ मकर संक्रान्ति पे पतंग उड़ाएं ।
मन बहलाएं छत पे जा पतंग उड़ाएं ।।
नभ सारा भरा रंग – बिरंगी पतंगों से ।
अहद करें चाइनीज – मांझे से न उड़ाएं ।।
मईनुदीन कोहरी ” नाचीज़ बीकानेरी “
मोहल्ला कोहरियान, पुरानी गिनाणी ,बीकानेर 334001
मो 9680868028
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर
गीत
“युवा शक्ति जागो रे”
जागो – जागो, जागो रे जागो
सेवा का हथियार हाथ में
“मुझको नही तुझको “के नारे से
दुखियों के दुःख दर्द को मिटाना है
जागो रे …………………!
पर पीड़ा को हम मिल मिटाएंगे
एक दूजै के सहारे से आगे बढ़ना है
कष्ट ना पाए कोई भी दुखियारा
आओ अपने हाथों से देश बनाना है ।
जागो रे……………………..!
बच्चा-बच्चा समझे अपनी जिम्मेदारी
गाँव – गली में अनपढ़ रहे न कोई
शिक्षा रूपी अलख जगाने को हम
आओ मिलकर ज्योत से ज्योत जलाएं ।
जागो रे ……………………..!
जन- जन को राष्ट्र हित में आना है
कुरीतियों को मिल जड़ से मिटाना है
विकास की गंगा बहाने की खातिर
बस्ती-बस्ती सेवा की अलख जगाना है ।
जागो रे ……………………!
अपनी ताकत को तुम पहचानो
आओ सेवा की मिल मशाल जलाएं
युवा – शक्ति के हाथों से देश बदलने
जागो देश के युवा – युवती जागो ।
जागो रे ………………….!!!
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मईनुदीन कोहरी “नाचीज़ बीकानेरी
मो. 9680868028