राइजिंग भास्कर डॉट कॉम. जोधपुर
क्रिया भवन में मुनि सिद्धेशचन्द्रसागर, मुनि सिद्धचंद्रसागर व साध्वी नयप्रज्ञा, मोक्षरत्ना के सान्निध्य में तीर्थंकर शांतिनाथ भगवान की पूजा-अर्चना की गई। प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि महिला मंडल ने गहुंली गीत से प्रांगण गरुमय बना दिया। श्रावक भैरूमल कांताबेन मेहता परिवार की ओर से तप आराधकों के बियासना आराधना का लाभ लिया जा रहा है। संघ के रांका खिंवसरा विनायकिया ने बताया क्रिया भवन में 18 अगस्त से नवकार महामंत्र आराधना, 21 को तीर्थकर नेमिनाथ भगवान के जन्म कल्याणक निमित्त स्नात्र महा महोत्सव, 22 को दीक्षा कल्याणक मुंबई से अतुल भाई शाह का विशेष वक्तव्य होगा। मुनि सिद्धचंद्र सागर ने कहा कि धर्म की नींव मजबूत हो तो व्यक्ति हर संकट से उबर जाता है। इसके लिए हमे धर्म रक्षा के लिए तैयार रहना होगा। धर्म जीवन का प्राण तत्व है जिसके प्रति ही हम गंभीर नहीं है। धर्म को वास्तविक स्वरूप में स्वीकार करें अपनी सुविधानुसार उसमें बदलाव नहीं करें।
