अरुण कुमार माथुर. जोधपुर
क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों में खुशियों का सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन को खास अंदाज में सेलिब्रेट करने के लिए लोग क्रिसमस ट्री सजाते है और सेंटा क्लाॅज बन कर गिफ्ट बांटते है। वहीं निजी शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले बच्चें इस दिन को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाकर सेलिब्रेट करेंगे।
गोल बिल्डिंग चैराहे पर रविवार को ऐसे ही पांच साल से पन्द्रह साल के बच्चें 25 दिसम्बर सोमवार को क्रिसमस डे पर सेन्टा क्लाॅज की जगह आरएसएस की पौशाक पहन कर ना सिर्फ तुलसी पूजन दिवस मनाएंगे बल्कि तुलसी के पौधें घर घर में वितरण कर अभिभावकों को क्रिसमस पर बच्चों को सेंटा क्लाॅज के वस्त्र पहना कर जोकर बनाने की बजाय बच्चों को देश भक्त बनाने की अपील करेंगे।
गोल बिल्डिंग मौहल्ला विकास समिति के अध्यक्ष अरूण माथुर ने बताया कि रविवार सायं 4 बजे गोल बिल्डिंग चैराहे पर आरएसएस की पौशाक पहन कर बच्चें इस दिन को तुलसी पूजन के रूप में मनाने का संकल्प लेंगे। ये बच्चें सेंटा क्लाॅज ना बनने के साथ तुलसी पूजन के कार्यक्रम में भाग लेंगे। उसके बाद घर घर में तुलसी के पौधों का वितरण करेंगे। उन्होनें बताया कि पश्चिमी संस्कृति के क्रिसमस डे की जगह निजी शिक्षण संस्थान में अध्यनरत यह बच्चें 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक तुलसी दिवस के रूप में सेलिब्रेट करेंगे।
उन्होनें बताया कि 25 दिसम्बर को तुलसी पूजन दिवस को लेकर बच्चों में एक नया ही जोश देखने को मिल रहा है इस दिन को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाने के लिए बच्चों ने पहले से ही कार्यक्रम शुरू कर दिए है। रविवार को गोल बिल्डिंग चैराहे पर यह स्कूली बच्चें क्रिसमस डे वीक को तुलसी पूजन दिवस के रूप में सेलिब्रेट करेंगे।
