सोहनलाल वैष्णव. बोरुंदा (जोधपुर)
कृषि उद्यानिकी अधिकारियों ने खेतों में पहूंच कर कृषि-उद्यानिकी सुविधाओं पर किसानों से की विस्तृत चर्चा।
उपनिदेशक उद्यान जोधपुर डा. जे.आर. भाकर ने कहा कि अच्छी पैदावार के लिए भारी मृदाओं में गर्मी की गहरी जुताई से लाभ होता है। भारी मृदाओं में गर्मी की जुताई करने से भूमि में हवा व पानी का अनुपात बना रहता है। गर्मी की गहरी जुताई से भूमि की उर्वरा शक्ति, भौतिक संरचना में सुधार होता है। गहरी जुताई से गर्मी में तेज धूप से खेत में खरपतवार के बीज, कीट के अण्डे तेज गर्मी में नष्ट हो जाते है।वर्षा जल का भूमि में संचयन का भी फायेदा होता है। खरीफ फसलों के उन्नत किस्म के बीज, बीजोंपचार, कृषि-उद्यानिकी की विभिन्न योजना में देय सुविधाओं में लाभ के लिए जैसे सामुदायिक जल संग्रहण ढांचा बागवानी में नीबूं, अनार, बेर और खजूर की नवाचार खेती, फव्वारा, बूंद बूंद सिचांई पद्धति को लेकर किसानों से विस्तार से चर्चा कर आवेदन प्रक्रिया को बताया। नवीन अनार बगीचा स्थापित एवं बूंद बूंद सिचांई पद्धति के लिए अनुदान देय है। ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर योजना में लाभान्वित हो सकते है। इस मौके पर अधिशाषी अभियंता तन्मय सेन, सहायक निदेशक उद्यान यूरी नायला चौधरी, कृषि अधिकारी घनश्यामसिंह, सहायक कृषि अधिकारी रफीक अहमद कुरैशी, वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक जोराराम विश्नोई, आत्माराम, कृ़.प.अकबर बोरुन्दिया सहित किसान मौजूद रहे।
