रामदेवरा मेला करीब है और ऐसे दृश्य अब आमतौर पर देखे जाएंगे, पुलिस कमिश्नर को चाहिए कि ट्रैफिक पुलिस को सख्त निर्देश दें कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाए
डीके पुरोहित. जोधपुर
ये तस्वीर मंडी रोड से ली गई है। इस तस्वीर में ट्रक में गाने-बजाने का सामान भरा है और पूरी तरह से यात्री ठसाठस भरे बैठे हैं। कहीं शादी समारोह में जाने की तैयारी है। ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी इन यात्रियों से मोलभाव कर रहे थे। तभी यह रिपोर्टर पहुंच गया। जब पूछताछ की तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी सहम गए और बोले कि कहीं शादी समारोह में जा रहे हैं, नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, समझा बुझा कर छोड़ रहे हैं। ताकि भविष्य में दुबारा ऐसा ना करें।
वाकई जोधपुर में इस तरह के दृश्य आमतौर पर देखे जा सकते हैं। रामदेवरा मेला आने वाला है और ऐसे नजारे आमतौर पर देखे जाएंगे जब ट्रैक्टरों में पशुओं की तरह भरकर आस्था के सफर पर यात्री रामदेवरा के लिए निकल जाएंगे। देसूरी नाल का हादसा अभी हम भूले नहीं हैं। जब सैकड़ों लोग मर गए थे। ऐसे ही इस तरह ट्रकों में ठसाठस भरकर यात्री यात्रा करते हैं और अपनी जान की भी परवाह नहीं करते। सावधान! इस तरह यात्रा करना खतरे से खाली नहीं है। पुलिस कमिश्नर राजेंद्रसिंह को चाहिए कि ट्रैफिक पुलिस को विशेष हिदायत देकर ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए न कि केवल वसूली तक सीमित रहे। सख्ती से चालान काटा जाए और नियमों का पालन नहीं करने वालों को किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जाए। गौरतलब है कि मंडी मोड से आगे अमृता देवी पार्क के करीब ट्रैफिक सिग्नल पर पर्दे पर लिखा मिलता है भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित, मगर अफसोस यह चेतावनी केवल पर्दे पर ही शोभा बनी हुई है और दिन भर भारी वाहन धड़ल्ले से निकलते रहते हैं। यह रिपोर्टर रोज यहां से निकलता है और रोज ही भारी वाहन उसकी आंखों के आगे से निकलते हैं। कोई ट्रैफिक पुलिस कर्मी रोकने वाले नहीं है। पुलिस कमिश्नर राजेंद्रसिंह को इस दिशा में कदम उठा कर ट्रैफिक पुलिस को सख्त निर्देश देने चाहिए।
