राजस्थानी व्यंग्य कृति ‘चूंटिया भरूं?” के लिए मिलेगा यह पुरस्कार
डीके पुरोहित. चूरू
स्थानीय साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक सरोकारों को समर्पित प्रयास संस्थान की ओर से राजस्थानी भाषा की लेखिका को दिया जाने वाला वार्षिक सावित्री चौधरी खूमसिंह साहित्य पुरस्कार वर्ष 2024 के लिए जोधपुर निवासी लेखिका बसंती पंवार को दिया जाएगा।
प्रयास संस्थान के सचिव कमल शर्मा ने बताया कि बसंती पंवार को यह पुरस्कार उनकी व्यंग्य कृति “चूंटिया भरूं?” के लिए प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार स्वरूप ग्यारह हजार रुपये, शॉल, स्मृति चिह्न प्रदान किया जाता है। उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार अब तक जोधपुर की डाॅ. तारालक्ष्मण गहलोत, जेबा रशीद, कोटा की कमला कमलेश, बीकानेर की आनंदकौर व्यास एवं मोनिका गाैड़ आदि लेखिकाओं के नाम हो चुका है। संस्थान सचिव कमल शर्मा ने बताया कि लेखिका पंवार को यह पुरस्कार पंद्रह सितंबर, रविवार को चूरू में आयोजित समारोह में दिया जाएगा।
राजस्थानी की उल्लेखनीय हस्ताक्षर हैं बसंती पंवार
5 फरवरी 1953 को मां रूकमा देवी एवं पिता राणा लाल पंवार के यहां जन्मी बसंती पंवार राजस्थानी भाषा की पहली महिला उपन्यासकार हैं। आपके उपन्यास ‘सौगन’ एवं ‘एड़ौ क्यूं?’ काफी चर्चित एवं प्रशंसित रहे हैं। वही आपके कविता संग्रह ‘जोऊं एक विश्वास’, कहानी संग्रह ‘नुवौ सूरज’ एवं ‘राधा रौ सुपनौ’ भी चर्चित पुस्तकों में है। आपने कई पुस्तकों का अनुवाद भी किया है। वहीं बाल साहित्य में भी आप पर्याप्त दखल रखती हैं। पंवार को इस पुरस्कार से पहले राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर’ से ’सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार’, ‘डाॅ. नृसिंह राजपुरोहित राजस्थानी साहित्य प्रतिभा पुरस्कार’, ’वीर दुर्गादास राठौड़ सम्मान’, राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति श्रीडूंगरगढ़ से ’पं. मुखराम सिखवाल स्मृति राजस्थानी साहित्य सृजन पुरस्कार’, नेम प्रकाशन, डेह, नागौर से ’मैना देवी पांड्या स्मृति राजस्थानी लेखिका पुरस्कार’, माणक प्रकाशन से ’माणक अलंकरण’, पं.जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी, राजस्थान से ’बाल साहित्य सृजक सम्मान’ सहित अनेक पुरस्कार सम्मान मिल चुके हैं।
