अरुण कुमार माथुर. जोधपुर
रैवासा पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी राघवाचार्य महाराज पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। देश के प्रमुख संतों ने उन्हें भावविनी श्रद्धांजलि दी। जोधपुर से सैनाचार्य अचलानंद गिरि महाराज सहित अनेक साधु संत अंतिम यात्रा में पहुंचे और श्रद्धालुओं के बीच नम आंखों से संत को दी अंतिम विदाई दी। सैनाचार्य अचलानंद गिरि महाराज ने कहा कि पूज्य स्वामी राघवाचार्य महाराज का जीवन त्याग, तपस्या और धर्म के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक था, जो सदैव हम सभी के लिए एक महान प्रेरणास्त्रोत रहेगा। उनका जाना सनातन धर्म और संपूर्ण समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में उनके अनुयायियों और शिष्यों को संबल व धैर्य प्रदान करें।
