जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर में ध्वजारोहण के साथ नौ दिवसीय अनुष्ठान शुरू
शिव वर्मा. जोधपुर
राईकाबाग स्थित जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर में सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि महाराज के सान्निध्य में नौ िदवसीय धार्मिक अनुष्टान आरंभ हुए। सैनाचार्य के प्रतिनिधि रघुवीरसिंह भदावत व मदन सैन ने बताया कि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अलसुबह बाबा व रानी नेत्तल की प्रतिमाओं का पंचामृत से अभिषेक किया गया, तत्पश्चात प्रतिमाओं को विशेष रूप से शृंगारित कर मंगल आरती हुई। सुबह 11 बजे पूर्व महारानी हेमलता राजे के मुख्य आतिथ्य व समाजसेवी सुरेश बुगालिया की अध्यक्षता तथा ओलंपिक खिलाड़ी महेश्वरी चौहान, झोंपडी वाले बालाजी के उपासक शंकरलाल महाराज, समाजसेवी बसंत पंडित के विशिष्ट आतिथ्य में मंदिर के शिखर पर गाजे-बाजों के साथ ध्वजा चढ़ाई गई।
इस दौरान अखंड धूणी में आहुति देकर महायज्ञ प्रारंभ शुरू हुआ। यज्ञ में प्रतिदिन सवा लाख आहुतियां देकर सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी। दोपहर में सत्संग, प्रवचन, सुंदरकांड तथा शाम को फूलमंडली, भजन संध्या महाप्रसादी सहित अनेक आयोजन हुए। इस मौके सैन मदन सोलीवाल, जीएल बुगालिया, डॉ. गोपाल चौधरी, डॉ. रामनिवास जांगू, जसवंतसिंह इंदा, बीजू चौधरी, सीमा चौधरी, दुर्गा बुगालिया, जगदीश भाटी, महावीरसिंह गंठिया, पुनीत अग्रवाल, इकबाल खान, युसूफ चौधरी, संत माधवदास, मुरलीधर माहेश्वरी सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
इस मौके आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए सैनाचार्य ने कहा कि सर्वधर्म समभाव के प्रतीक लोक देवता बाबा रामदेव जी ने सैकड़ों वर्षों पूर्व जाति प्रथा, छूआछूत को मिटाने का आह्वान किया था। पूर्व महारानी ने कहा कि बाबा कलियुग के अवतारी पुरुष है, जो भी सच्चे मन से बाबा से अरदास करते हैं बाबा उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
