युवाओं के लिए उपयोगी रहा रोजगार मेला
पारस शर्मा. जोधपुर
राजकीय महाविद्यालय जोधपुर में रोजगार मेला आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि महापौर दक्षिण वनिता सेठ ने कहा कि उद्यमिता से ही राष्ट्र का विकास होगा। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने भी संबोधित किया। वनिता सेठ ने इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन करने से विद्यार्थियों में जागरूकता का विकास होता है और आगे चलकर वे स्वयं उद्यमिता की ओर अग्रसर होते हैं।
उन्होंने कहा कि समाज और संस्थाओं में रोजगार के अवसर बहुत है, लेकिन आज की युवा पीढ़ी या तो उनसे अनभिज्ञ है अथवा उनके अनुरुप नहीं है। लघु उद्योग भारतीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपमें जो ऊर्जा है, उसका उपयोग केवल मात्र सरकारी नौकरी प्राप्त करते हुए न करके निजी उद्योग में कार्य के अवसर प्राप्त कर उद्योग संचालित करने का अनुभव प्राप्त करें। सरकार की अनेक योजनाएं उद्योगों के लिए है जिसका फायदा उठाएं एवं उद्योग लगाने की तरफ आगे बढ़ें। उन्होंने महाविद्यालय को आश्वस्त किया कि औद्योगिक क्षेत्र की इकाईयों में विद्यार्थियों को भ्रमण हेतु भेजें एवं हम उनको कार्य के लिए आवश्यक प्रशिक्षण के अवसर उपलब्ध करवाएंगे।
उद्योगों को कुशल कर्मचारी नहीं मिल रहे, विद्यार्थी तैयार रहें
लघु उद्योग भारती के प्रांत अध्यक्ष महावीर चौपड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि हम महाविद्यालय के साथ कौशल विकास का एक साझा कार्यक्रम तैयार करेंगे। जिसके तहत विद्यार्थियों में औद्योगिक क्षेत्र के लिए आवश्यक कौशल का विकास करेंगे। जिससे उनको अच्छे एवं सहज रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके। साथ ही उन्होंने बताया कि उद्योग को कुशल कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं, यदि विद्यार्थी उसके अनुरुप तैयार करें तो रोजगार के अवसर बहुत अधिक संख्या में उपलब्ध है। कार्यक्रम के शुभारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया। प्रो. ओमप्रकाश देवससी ने स्वागत उद्बोधन के साथ अतिथियों का परिचय एवं सम्मान किया।
सरकारी नौकरियां सीमित है, खुद के उद्योग लगाएं : पुरोहित
रोजगार मेले एवं सहायता शिविर के उद्देश्य एवं प्रासंगिकता को बताते हुए प्रो. जीएन पुरोहित ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए विद्यार्थी केवल सरकारी नौकरी के लिए ही अपनी ऊर्जा निवेशित करते हैं, जबकि सरकारी नौकरियां सीमित है. इसलिए विद्यार्थियों को निजी क्षेत्र में रोजगार हेतु आवश्यक कौशल का विकास करना चाहिए। निजी उद्योग में कार्य करने पर जो अनुभव प्राप्त होता है, उससे अपने गांव में रहकर कोई छोटा-बडा उद्योग आरंभ कर सकते हैं, जो आपको स्वावलंबन और स्वाभिमान की तरफ ले जाता है और आप नौकरी पाने वाले की जगह नौकरी देने वाले बन जाते हैं इसलिए इस मेले में लगे निजी क्षेत्र के उद्योगों और व्यापारिक इकाईयों में अपना अवसर ढूंढे और रोजगार प्राप्त करें। विकसित भारत 2047 के प्रधानमंत्री जी के स्वप्न को याद दिलाते हुए उसमें युवाओं को आहूति देने का आह्वान किया गया है। जिला रोजगार अधिकारी आनंद कुमार सुथार ने राजस्थान सरकार की युवाओं को रोजगार देने की योजनाओं एवं उसके लिए इस प्रकार के आयोजन करने की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए मेले में सम्मिलित नियोक्ताओं और नियोजकों का आभार व्यक्त किया। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रिछपाल सिंह ने बताया कि इस प्रकार के मेले युवाओं में आत्मविश्वास जगाते है तथा रोजगार के उपलब्ध विभिन्न अवसरों से अवगत काचसते हैंद्ध
280 स्टूडेंट्स ने साक्षात्कार दिया, 40 को रोजगार योग्य माना
इस प्रकार का आयोजन जोधपुर संभाग के राजकीय महाविद्यालय में प्रथम बार आयोजित किया गया, जिसमें अधिकतम संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया एवं लगभग 40 नियोक्ताओं ने विद्यार्थियों का साक्षात्कार लेकर रोजगार योग्य विद्यार्थियों को शॉट लिस्ट किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुषमा सोलंकी ने किया एवं धन्यवाद प्रो. केसूराम पंवार ने व्यक्त किया। डॉ. चन्द्रवीर सिंह भाटी ने बताया कि इस मेले में आए विद्यार्थियों में से 280 विद्यार्थियों ने अपना बायोडेटा प्रस्तुत कर साक्षात्कार दिया। इस मेले के प्रथम चरण में 80 विद्यार्थियों का विभिन्न नियोक्ताओं द्वारा चयन किया गया है, जिसे वे अपने एचआर विभाग से अंतिम साक्षात्कार प्रक्रिया करवाते हैं। इस प्रकार का आयोजन जोधपुर संभाग के राजकीय महाविद्यालय में प्रथम बार आयोजित किया गया, जिसमें अधिकतम संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया एवं लगभग 40 नियोक्ताओं ने विद्यार्थियों का साक्षात्कार लेकर रोजगार योग्य विद्यार्थियों को शॉट लिस्ट किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुषमा सोलंकी ने किया एवं धन्यवाद प्रो. केसूराम पंवार ने व्यक्त किया। डॉ. चन्द्रवीर सिंह भाटी ने बताया कि इस मेले में आए विद्यार्थियों में से 280 विद्यार्थियों ने अपना बायोडेटा प्रस्तुत कर साक्षात्कार दिया। इस मेले के प्रथम चरण में 80 विद्यार्थियों का विभिन्न नियोक्ताओं द्वारा चयन किया गया है. जिसे वे अपने एचआर विभाग से अंतिम साक्षात्कार प्रक्रिया पूर्ण कर नियुक्ति पत्र जारी करेंगे। उक्त मेले में विभिन्न महाविद्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।
