प्रथम राष्ट्रीय प्रतिभावान विद्यार्थी सम्मान समारोह जोधपुर में होगा
पारस शर्मा. जोधपुर
माँ अहिल्या शिक्षा न्यास का गठन पंच कन्याओं में पुजित अहिल्या के नाम पर माँ अहिल्या न्यास का गठन किया गया। गठित न्यास का ध्येय “ब्रह्मा विद्वान यथा” है। गठित न्यास शिक्षा,संस्कार, संस्कृति और सेवा के क्षेत्र में काम करेगा। जिस प्रकार हम ॠषियों की जयन्ती मनाते हैं उसी प्रकार हमें ऋषिकाओं की भी जयन्ती भी मनाई जानी चाहिए। इसी भावना को अंगीकार करते हुए 31 मार्च 2025 को चैत्र शुक्ल तृतीया को अहिल्या जयन्ती मनाई जायेगी । जिसमें न्यास की विस्तृत रुपरेखा प्रस्तुत की जायेगी। न्यास के महेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि माँ अहिल्या न्यास द्वारा इस वर्ष जून माह में गुर्जरगौङ ब्राह्माण समाज के सम्पूर्ण भारतवर्ष के शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान प्राप्त करने वाले तथा शिक्षा के क्षेत्र में जिनका लगभग 30 वर्षो से उल्लेखनीय योगदान है उनके सम्मान के लिए प्रथम राष्ट्रीय प्रतिभावान विद्यार्थी सम्मान जोधपुर में आयोजित होगा, उनको एक मंच पर लाकर सम्मान किया जायेगा। साथ ही युवाओ को शिक्षा के क्षेत्र में समाज को कैसे श्रेष्ठ बनाया जा सकता है इस पर मन्त्रणा की जायेगी। न्यास के प्रमुख संरक्षक श्रवण कुमार उपाध्याय ने बताया की मॉ अहिल्या के जीवन से प्रेरित होकर जिस तरह परिवार में माता का महत्व होता है वैसे ही यह न्यास समाज की पीढी को संस्कार देने का कार्य करेगी जिससे समाज का युवा राष्ट्रहित और धर्म के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे। न्यास में महिलाओ की भागीदारी रहेगी व महिला उत्थान व भारतीय संस्कृति के जागरण हेतु कार्य कर समाज को संगठित करने का प्रयास करेंगे।