पंकज जांगिड़. जोधपुर
ओल्ड हाईकोर्ट परिसर स्थित श्री विश्वकर्मा चेंबर में महर्षि अंगिरा ऋषि का अवतरण दिवस जांगिड़ अधिवक्ता संघ व सर्वधर्म अधिवक्ताओं के द्वारा श्रद्धापूर्वक मनाया गया।
चेंबर के संयोजक व अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय उपप्रधान के नेतृत्व में एवं संघ के अध्यक्ष रामसुख शर्मा के आतिथ्य में अंगिरा ऋषि की पूजा अर्चना कर आरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। अंगिरा ऋषि पर प्रकाश डालते हुए भारत भूषण शर्मा व रामसुख शर्मा ने बताया कि अंगिरा ऋषि ब्रह्माजी के मानस पुत्र थे तथा उन्हें चार ऋषियों एवं सप्त ऋषियों में से एक ऋषि के रूप में माना जाता है। अंगिरा ऋषि अग्नि के अविष्कारक व ऋग्वेद के रचनाकार थे। उन्होंने वेदों के ज्ञान का प्रचार किया और धर्म तथा राज्य व्यवस्था पर महत्वपूर्ण कार्य किया। उनकी रचनाओं में अंगिरा स्मृति शामिल है। बृहस्पति देव अंगिरा के ही पुत्र थे जो देवताओं के गुरु बने, उन्होंने ऋषि अत्रि सहित अन्य ऋषियों को ज्ञान प्रदान किया। उन्होंने ज्ञान, भक्ति और सत्कर्मों का विस्तार किया। वे जांगिड़ सुथार जाति के वंश के पूर्वज कहलाए।
इस दौरान अधिवक्ता रामदेव जांगिड़ ने अंगिरा ऋषि पर भजन गाकर सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर रविंद्र दियावड़ा, कैलाश जांगिड, हरीश जांगिड़, दीपक जांगिड, राकेश शर्मा, दुर्गेश शर्मा, विकास शर्मा, मुकेश शर्मा, प्रमोद कुलरिया, रामदेव शर्मा, गुमानाराम जांगिड़, तेजाराम प्रजापत, जहीर अब्बास, मोहम्मद महफूज, रामचंद्र शर्मा, मोहन राम सुथार, दिनेश शर्मा, हरीश दम्मीवाल, नरेश दम्मीवाल, ईश्वर माकड, खींवराज पाखरवड़, मोहम्मद यासीन, भारत सिंह गहलोत, भरत शर्मा सहित अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।
