-बिस्सा बगीची दीपमालिका से सजी, हर तरफ रोशनी का प्रवाह, भक्तों में उल्लास चरम पर
(कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा।)
कैलाश बिस्सा. जैसलमेर
गोपाष्टमी पर जैसलमेर में भक्तों में उल्लास चरम पर रहा। भक्तों ने दान-पुण्य किया और गोशालाओं में सेवा कार्य हुए। श्रद्धालुओं ने सुबह उठकर गायों की पूजा-अर्चना की। गायों को गुड़, लापसी और हरा चारा खिलाया गया। दिन भर गौ सेवा का उल्लास रहा। मंदिरों में छप्पन भोग और अन्नकूट का भोग लगाया गया। सबसे बड़ा आयोजन जैसलमेर की गड़ीसर स्थित बिस्सा बगीची में हुआ। यहां पर गोपाष्टमी पर दीप दान मुख्य आयोजन हुआ। साथ ही भक्तों ने भजन कीर्तन किए। कमल आचार्य, शिव कुमार आचार्य, बृजकिशोर बिस्सा और हरिवल्लभ बोहरा के साथ समस्त भक्तों ने गिरिराज के मधुर भजनों का गायन किया। कृष्ण भजनों से परिसर गुंजायमान हो उठा। बार-बार कृष्ण भगवान के जयकारे लगे। कृष्ण-वृंदावन सा दृश्य साकार हो उठा। आरती के बाद सभी भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की। इस दौरान पालकी पुन: गोवर्धन जी के मंदिर तक पहुंची। रास्ते में नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की के जयकारे गूंज उठे।
