कैलाश बिस्सा. जैसलमेर
जैसलमेर में रविवार सुबह से मौसम ने पलटी मारी। अचानक बादल घिर आए और सूरज की आंख मिचौली चलती रही। दोपहर होते-होते बादल घने छा गए और बूंदाबांदी शुरू हो गई। पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम का मिजाज बदला और अब आने वाले दो तीन दिन बारिश के आसार हैं। मौसम सर्द रहेगा और बादल छाए रहेंगे।
पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते रविवार सुबह से ही आसमां में बादल घिरने लगे थे। मौसम भी सर्द हो गया। दोपहर में अचानक बूंदाबांदी होने लगी। बड़ाबाग के आसपास भी बूंदाबांदी हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में बूंदाबांदी के समाचार है। शनिवार को मौसम साफ था और धूप खिली थी। मगर रविवार को अचानक मौसम ने अंगड़ाई ली और मौसम सर्द हो गया। सर्दी का दौर इस बार देरी से शुरू हुआ। आमतौर पर दीपावली के आसपास सर्दी हो जाती है। मगर इस बार दीपावली के जाने के बाद भी सर्दी ने रफ्तार नहीं पकड़ी थी। मगर रविवार को अचानक बादल घिर आए और मौसम बदल गया। अब सर्दी अपने उफान पर रहेगी और नवंबर का पूरा महीना सर्दी से घिरा रहेगा। दिसंबर और जनवरी तक सर्दी का सितम रहेगा। इस बीच कई बार बारिश के आसार भी बनेंगे और घना कोहरा भी छाएगा। जैसलमेर के धोरों में गर्मी भी खूब पड़ती है और सर्दी का भी सितम रहता है। इस बार सर्दी देरी से आई। मगर इस बार सर्दी का असर लंबा रहने के आसार हैं।
