क्षेत्र के कुछ और किसान कर रहे हैं नवाचार खेती की तैयारी
सोहनलाल वैष्णव. बोरुन्दा (जोधपुर)
खेती में जुनून हो तो किसान कम पानी और कम भूमि में भी विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। राज्य में घटते कृषि जोत और तेजी से नीचे जा रहे भूजल से चिंतित किसान खेती में नवाचार की ओर अधिक ध्यान दे रहे हैं, जिनकी वर्तमान में अत्यन्त आवश्यकता है। ड्रिप इरिशगेन, फार्म पाॅण्ड तथा पाॅली हाउस-शेडनेड हाउस वर्तमान प्रतिकूल परिस्थितियों में किसानों की अनिवार्य आवश्यकता हो गई है। इन्हें अपनाने का फायदा होगा। इसे देखकर आसपास के ग्रामों के कई किसानों ने योजनाओं के प्रति उत्सुकता दिखायी है। इस क्षेत्र में सर्दी, गर्मी दोनों की बहुतायत तथा बरसात और पानी की कमी को देखते हुए ककड़ी, मिर्च, टमाटर, ब्रोकली, जुगनी इत्यादि सब्जियों की प्रतिकूल मौसम में भी अच्छी पैदावार के लिये पोलीहाउस अत्यन्त उपयोगी है।
नवाचार खेती में देवनगर (खारीया खंगार ) की महिला किसान राजुदेवी गुर्जर ने एक एकड़ कृषि भूमि पर पोलीहाउस उद्यानिकी विभाग की सरकारी सहायता से निर्माण करवाया। उसमें खीरा ककडी़ की बुवाई की है। अच्छी उपज लेने की उम्मीद है। उद्यान खंड जोधपुर के उद्यान विभाग की टीम ने पोलीहाउस निरीक्षण कर उपस्थित किसानों को संरक्षित खेती की उपयोगी जानकारी दी। मौके पर कृषि पर्यवेक्षक अकबर बोरून्दिया, महिला किसान राजूदेवी गुर्जर, चेनाराम गुर्जर, हुकमाराम गुर्जर, नरेन्द्र गुर्जर, विनोद लामरोड़, घेवरराम गुर्जर, रामप्रसाद कारीगर सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।
इनका कहना :
इस क्षेत्र के आसपास के किसानों को इन शेडनेड- पोलीहाउस का निरीक्षण कर नवीनतम उन्नत कृषि-उद्यानिकी तकनीकी की जानकारी का लाभ का फायदा होगा।
रफीक अहमद कुरैशी, सहायक कृषि अधिकारी उद्यान।
शेडनेड व पोलीहाउस प्रतिकूल मौसम में विभिन्न प्रकार की सब्जी उत्पादन कर आय वृद्धि का एक अच्छा संसाधन है इस ओर किसान भी अब नवाचार खेतीं का महत्व दे रहे हैं।
घनश्यामसिंह चारण, कृषि अधिकारी उद्यान, जोधपुर।
पश्चिमी राजस्थान में शेडनेड, पोली हाउस से किसान विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेतीं का अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं शेडनेड- पोलीहाउस भी एक खेतीं आय का उपयोगी संसाधन है।
यूरी नायला, सहायक निदेशक उद्यान, जोधपुर।
प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अच्छा उत्पादन का लाभ होता है। खेती में आधुनिक संसाधनों में पोलीहाउस एक संरक्षित खेती आय का अच्छा संसाधन है। कम कृषि भूमि में खेतीं आय का अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है। पश्चिम राजस्थान में शेडनेट-पोलीहाउस की ओर किसानों का रूझान बढ़ रहा है। कृषि-उद्यान विभाग में विभ्भिन योजनाएं है।
डाॅ.जीवनराम भाकर, संयुक्त निदेशक उद्यान खंड, जोधपुर।