शिव वर्मा. जोधपुर
सहायक प्रशिक्षण केन्द्र सीमा सुरक्षा बल जोधपुर में दीक्षान्त परेड समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान 740 नव-आरक्षकों ने भारतीय संविधान के प्रति कर्तव्यनिष्ठ होकर देश की एकता एवं अखंडता को कायम रखने की शपथ ली व खुद को देश के लिए समर्पित किया। दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत थे। उन्होंने परेड का निरीक्षण किया तथा परेड की सलामी ली।
मुख्य अतिथि ने बताया कि आज आप एक ऐसे बल की मुख्य धारा में शामिल हुए हैं, जिसकी तैनाती कश्मीर की बर्फीली चोटियां, जैसलमेर का तपता हुआ रेगिस्तान, रण ऑफ कच्छ का दलदल भरा क्षेत्र, सुन्दरबन का दुर्गम इलाका और उत्तर पूर्वी के घने जंगलों में है। इन कठिन भौगोलिक और विषम स्थितियों के बावजुद सीमा सुरक्षा बल के बहादुर सीमा प्रहरी, पूरी मुस्तैदी के साथ सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं। बीएसएफ विश्व का सबसे बड़ा बॉर्डर गार्डिग फोर्स है जिसे ’’भारत की प्रथम रक्षा पंक्ति’’ के नाम से भी जाना जाता है। बीएसएफ का नाम लेते ही हमें गर्व की अनुभूति होती है। 1965 में अपने गठन के कुछ वर्ष बाद ही बल ने 1971 के युद्व में अपने शौर्य और कर्तव्य परायणता का परिचय दिया। यह बल देश की सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ देश की आंतरिक सुरक्षा में भी अपना महत्तवपूर्ण योगदान दे रहा है।
महानिरीक्षक सहायक प्रशिक्षण केन्द्र एमएल गर्ग ने बताया कि इन नव आरक्षकों को 44 सप्ताह के कठिन परिश्रम और अनुशासन से भरे प्रशिक्षण के दौरान, पीटी, योगा, ड्रिल, हथियार, टैकटिक्स, मैप रीडिंग, डिजास्टर मैनेजमेंट, साइबर सिक्योरिटी, लॉ, बॉर्डर मैनेजमेंट के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा की ट्रेनिंग देकर एक आम युवा से एक ट्रैन्ड बॉर्डरमैन के रूप में परिवर्तित किया है। व्यक्तित्व विकास, खेल भावना और टीम भावना को विकसित करने के लिए विभिन्न प्रकार के खेल और प्रतियोगिताएं इन नवआरक्षकों के प्रशिक्षण के अहम हिस्सा रहे हैं। इन नवआरक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत तो किया ही गया है, साथ ही इन्हें मानव मूल्यों के सम्मान एवं मानव अधिकारों के बारे में पूर्ण रूप से संवेदनशील किया गया है। इन्हें न केवल सीमाओं की सुरक्षा के लिए बल्कि किसी भी दायित्व, जो भारत सरकार इन्हें सौंपेगी को उत्कृष्ट तरीके से निभाने के लिए तैयार किया गया है।
प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रर्दशन के लिए नव-आरक्षक अमित कुमार, नव-आरक्षक पीयूष, नव-आरक्षक शिवम पांडेय व नव-आरक्षक बसंत उपाध्याय सभी को अपने-अपने बैच में ओवर ऑल प्रथम स्थान हासिल करने के स्वर्ण पदक से अलंकृत किया गया। नव-आरक्षक सूरज बोरा ने परेड का नेतृत्व किया व बेस्ट इन ड्रिल का पदक प्राप्त किया। मुख्य अतिथि ने सीमा सुरक्षा बल के बहादुर वीरों जिन्होंने अपना सर्वस्व देश के लिए न्यौछावर कर दिया, उनकी वीरांगनाओ को सम्मानित किया।
दीक्षांत परेड समारोह के उपरांत योगा एलांइस सोसाइटी द्वारा आर्टिस्टिक योगा, इंडिगो पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा घूमर नृत्य दिखाया गया व सहायक प्रशिक्षण केन्द्र, सीमा सुरक्षा बल, जोधपुर के कार्मिकों द्वारा शारीरिक कला का प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें हथियार फोटो गैलरी व प्रशिक्षुयों द्वारा तैयार किए गए माडल भी प्रदर्शित किए गए।