शक्ति सिंह/कोटा.आईपीएस बनने का सपना अब सपना ही रह गया है. अधिकारी बन परिवार की गरीबी दूर करने का वादा एक बेटी पूरा नहीं कर सकी. रिजल्ट आया और टॉप कर 91% अंक हासिल किए. लेकिन रिजल्ट देखने वाला ही नहीं बचा. यह कहानी है बूंदी जिले के केशोरायपाटन के कापरेन कस्बे की. जहां गुंजन मेरोठा विज्ञान संकाय में 12वीं बोर्ड के पेपर दिए. लेकिन कुछ दिनों पहले ही कोचिंग जाते समय एक ट्रैक्टर ट्रॉली ने गुंजन की स्कूटी को अपनी चपेट में ले लिया. जिससे गुंजन की सर में गंभीर चोट लगने से मौत हो गई.
मृतका गुंजन की मां ने बताया कि कापरेन कस्बे के मुख्य बाजार में 24 अप्रैल को ट्रैक्टर ट्रोली की चपेट में आने से गुंजन मेरोठा की मौत हो गई. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित किये गये 12वीं विज्ञान संकाय के परिणाम में गुंजन मेरोठा के 91 प्रतिशत अंक आने से अपनी होनहार बेटी की याद में परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है. गुंजन की मां उसके रिजल्ट को अपने सीने पर लगाकर रोने लगी. गुंजन अपने इलाके की टॉपर रही.
विज्ञान में 91%
गुंजन मेरोठा अपनी सहेली के साथ स्कूटी से कोचिंग जा रही थी. इस दोरान टैक्टर ट्रोली की चपेट में आने से गुंजन के सिर में गम्भीर चोट लगने से मोके पर ही मौत हो गई. 12वीं बोर्ड के परिणाम में मृतक छात्रा गुंजन मेरोठा के 91 प्रतिशत अंक आने से मृतक गुंजन की फोटो को देख कर रोते रहे. igx
रो-रो कर बुरा हाल
माता पिता का रो-रो कर बुरा हाल रहा. उनका कहना है कि उनकी होनहार बेटी काश गुंजन परिणाम को देखने के लिए जिंदा होती तो वह बहुत खुश होती. गुंजन की मां गायत्री ने बताया कि वो आईपीएस अधिकारी बनकर प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती थी. परन्तु कुदरत ने उसको हमसे छीन लिया.